मेरठ एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस मध्य कमान ने कल शुक्रवार की रात सेना मे भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ मे आरोपी ने कई बड़े खुलासे किये है। आरोपी के पास से फेक आईकार्ड, अग्निवीरों की लिस्ट सहित अन्य फर्जी डॉक्यूमेंट्स भी बरामद हुए। जिनकी जांच की जा रही है। एसटीएफ गिरफ्तार किये गए आरोपी के नेटवर्क को खंगाल रही है। इस मामले मे सदर बाजार थाने मे 4 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनो एसटीएफ को सूचना मिली थी कि भारतीय सेना व अग्निवीर मे भर्ती कराने वाला एक गिरोह सक्रिय है। इस मामले से जुड़ी 5 शिकायते गत सितम्बर माह मे भी प्राप्त हुई थी। एसपी एसटीएफ बृजेश कुमार ने बताया कि शिकायते मिलने के बाद आरोपियो तक पहुंचने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए थे। कल शुक्रवार को सूचना मिली थी कि आज रात एक युवक मिलिट्री अस्पताल के पास सेना में भर्ती कराने के नाम पर कुछ लोगो से सौदेबाजी करने वाला है। इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ व आर्मी इंटेलिजेंस टीम ने घेराबंदी कर कल शुक्रवार की रात मौके से आरोपी को दबोच लिया। टीम को राहुल की गाड़ी से 5 एडमिट कार्ड, अग्निवीर अभ्यार्थियों की चयनित लिस्ट, कर्नल डायरेक्टर रिक्रूटिंग, आरटीजी आफिस, एचक्यू, कोलकाता के नाम की मोहर व हस्ताक्षर मिले है।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम राहुल बताया। उसने बताया कि वह अपने साथी राजू पटेल, निवासी बिहार, गुमित पुत्र सोहनपाल, निवासी हेवा, थाना छपरौली, बागपत व सोमवीर पुत्र मदनलाल, निवासी खिड़वाली, थाना क्षेत्र सदर रोहतक, हरियाणा के साथ मिलकर फर्जी तरीके से सेना मे भर्ती कराने का काम करता है। राहुल ने बताया कि राजू पटेल और होशियार सिंह निवासी मथुरा से उसकी मुलाकात गाजियाबाद में हुई थी। ये लोग ग्रुप डी में लड़कों को भर्ती कराते हैं। उसके बाद होशियार सिंह ने उसे सोमवीर से मिलवाया। सोमवीर ने ग्रुप डी में लड़के उपलब्ध कराने को कहा। राहुल ने बताया कि सोमवीर ने उसे प्रत्येक भर्ती पर 50 हजार रुपए बतौर कमीशन देने को कहा था। उसने बताया कि राजू पटेल कोलकाता में भर्ती कराता है। सोमवीर ने मेरी उससे बात कराई। राजू पटेल ने मुझसे कहा था कि आप लड़कों से सीधी मेरी बात करा दिया करो। उसके बाद राजू पटेल को कमीशन पर लड़के मुहैया कराए। राहुल कुमार ने बताया कि राजू पटेल, सुमित, सोमवीर मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से धोखाधड़ी करते हैं।
राहुल ने बताया कि वह ऐसे लोगों करता था जो आर्मी मे भर्ती होने के इच्छुक हो और 1 से लेकर 5 नंबर कम आने के कारण सफल न हो सके हो। वह और उसकी टीम लिस्ट ऐसे युवको की सूची तैयार करते थे। इसके बाद वह लोग उन युवाओं से संपर्क करते। युवाओं से संपर्क होने पर राहुल खुद को इंडियन आर्मी का बताता। यह भी कहता है कि सेना में बड़ी रैंक वाले अफसर उसके जानने वाले हैं। राहुल ने बताया कि सेना में भर्ती कराने के नाम पर वह प्रति युवा से 20 से 30 लाख रुपए लेता था। जिसका उसे कमीशन मिलता था। सितंबर माह में उसने करीब 27 लाख रुपए लोगों से ठगे थे। रुपए वसूलने के बाद आरोपी युवाओं को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा देते थे। जब युवा आर्मी के भर्ती कार्यालयों में पहुंचते थे तो उन्हें पता चलता है कि लेटर फर्जी है। इसके बाद उन्हें पता चलता कि उनके साथ ठगी हुई है। पीड़ित द्वारा पैसा वापस मांगने पर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देते थे। बताया कि मेरठ व अन्य जनपदों में युवाओं का फर्जी मेडिकल व बायोमैट्रिक कराते थे।
राहुल सेना में भर्ती कराने के नाम पर युवाओ को ठगने के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। ग्रुप डी की परीक्षा के दौरान नोएडा पुलिस ने राहुल को पकड़कर जेल भेजा था। जेल से बाहर आने के कुछ दिनों बाद सोमवीर से दोबारा बातचीत हुई। इसके बाद फिर से वह सक्रिय हो गया। राहुल पेपर लीक कराने में भी शामिल है। एसटीएफ राहुल के नेटवर्क को खंगाल रही है। साथ ही उसके साथियों की जानकारी जुटाई जा रही है।
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