रिपोर्ट - संभल उत्तर प्रदेश के जिला प्रभारी देवेंद्र कुमार।

गंगा नदी के उफनाने से संभल के गुन्नौर तहसील क्षेत्र के रघुपुर पुख्ता में चौतरफा जलभराव से दिक्कतें बरकरार हैं। सात नावों से आवाजाही हो रही है। मैगरा समेत सात गांवों के ग्रामीण भी दुश्वारियां झेलने को मजबूर हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों पर प्रशासन की नजर है। टीमों को सतर्क किया हुआ है। साथ ही, आपातकाल स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
संभल जिले के गुन्नौर तहसील क्षेत्र के गांवों में बाढ़ के पानी के घुसने की वजह से दिनचर्या प्रभावित हो रही है। रघुपुर पुख्ता में तो चारों ओर दिक्कतें हैं क्योंकि घरों तक पानी पहुंचा है जो कम नहीं हो पा रहा। इस हालात में ग्रामीण न सिर्फ जरूरी काम नहीं निपटा पा रहे बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी चौपट पड़ी है। सरकारी स्कूल तक पानी होने के कारण स्कूल बंद पड़ा है और बच्चे घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीण उन्हें घरों से बाहर नहीं जाने दे रहे क्योंकि बाढ़ के पानी के कारण दहशत का माहौल है। हालांकि प्रशासन ने गांव में आवाजाही के लिए पांच नाव लगा रखी थीं पर डीएम अविनाश कृष्ण सिंह के निर्देश पर मंगलवार को संख्या में बढ़ोतरी की गई। दो और नाव लगाकर ग्रामीणों को राहत देने का काम किया गया।
गंगा नदी के उफनाने से संभल के गुन्नौर तहसील क्षेत्र के रघुपुर पुख्ता में चौतरफा जलभराव से दिक्कतें बरकरार हैं। सात नावों से आवाजाही हो रही है। मैगरा समेत सात गांवों के ग्रामीण भी दुश्वारियां झेलने को मजबूर हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों पर प्रशासन की नजर है। टीमों को सतर्क किया हुआ है। साथ ही, आपातकाल स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
संभल जिले के गुन्नौर तहसील क्षेत्र के गांवों में बाढ़ के पानी के घुसने की वजह से दिनचर्या प्रभावित हो रही है। रघुपुर पुख्ता में तो चारों ओर दिक्कतें हैं क्योंकि घरों तक पानी पहुंचा है जो कम नहीं हो पा रहा। इस हालात में ग्रामीण न सिर्फ जरूरी काम नहीं निपटा पा रहे बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी चौपट पड़ी है। सरकारी स्कूल तक पानी होने के कारण स्कूल बंद पड़ा है और बच्चे घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीण उन्हें घरों से बाहर नहीं जाने दे रहे क्योंकि बाढ़ के पानी के कारण दहशत का माहौल है। हालांकि प्रशासन ने गांव में आवाजाही के लिए पांच नाव लगा रखी थीं पर डीएम अविनाश कृष्ण सिंह के निर्देश पर मंगलवार को संख्या में बढ़ोतरी की गई। दो और नाव लगाकर ग्रामीणों को राहत देने का काम किया गया।