संभल में निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर करंट लगने से हुई युवक की मौत के बाद मुआवजा न मिलने पर आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने आज शनिवार को सीडीएस कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। धरने प्रदर्शन कर रहे मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने मुआवजा दिलाने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। सूचना पर मौके पर पहुंचे एसडीएम संभल के समझाने व आश्वासन दिए जाने के बाद उन्होंने धरना समाप्त कर दिया।
पाठको को बताना उचित होगा कि उक्त मामला कैला देवी थाना क्षेत्र के गाँव खिरनी मोहिउद्दीनपुर स्थित निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे से जुड़ा है। गत 29 जून को यहाँ काम करने वाले कोतवाली संभल क्षेत्र के गाँव करेली निवासी राजकुमार आयु 20 वर्ष की करंट लगने से मौत हो गयी थी। युवक की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस व परिजन मौके पर पहुंचे थे। सीडीएस अधिकारियो द्वारा उचित मुआवजा दिए जाने का आश्वासन दिए जाने पर परिजनों ने पोस्टमार्टम के उपरांत युवक के शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। अब हफ्ता बीत जाने के बाद भी मुआवजा न मिलने पर आक्रोशित परिजनों ने ग्रामीणों के साथ सीडीएस कार्यालय पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। बताया गया कि राजकुमार ने 1 वर्ष पूर्व पढाई छोड़ दी थी और अपने मामा अर्जुन, निवासी गांव रायपुर, थाना क्षेत्र कैला देवी के साथ रहने लगा था। राजकुमार यहाँ निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर मजदूरी कर रहा था। राजकुमार गत 29 जून को भी अपने काम पर गया था जहाँ करंट लगने पर उसकी मौत हो गयी थी। राजकुमार की मौत के बाद सीडीएस अधिकारियो ने परिजनों को उचित मुआवजा दिलाये जाने का आश्वासन देते हुए उसका अंतिम संस्कार करा दिया था।
मृतक के परिजनों का कहना है कि अधिकारियो ने उनसे कम्पनी की ओर से आर्थिक सहायता दिलाये जाने का आश्वासन दिया था। अब वे लोग यहाँ रोज आ रहे है और उन्हें कल परसो कर टाला जा रहा है। परिजनों का कहना है कि आज हफ्ता बीत जाने पर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। मृतक के परिजन कर जिलाधिकारी से भी मिले थे। जिलाधिकारी ने उनसे कहा था कि इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। मौके पर पहुंचे एसडीएम सम्भल ने धरना प्रदर्शन कर रहे परिजनों व ग्रामीणों को मुआवजा दिलाये जाने का आश्वासन देकर शांत किया। जिसके बाद मृतक के परिजनो व ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया। सीडीएस कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने वालो में मृतक के पिता राजेंद्र सिंह मां लक्ष्मी देवी, राधेश्याम, रामवती, विजयपाल, सुरेश, उमेश, अजय पाल, नेमपाल, यशपाल, धर्मपाल, कस्तूरी देवी, भूरी देवी आदि शामिल रहे।
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