मेरठ की थापरनगर कॉलोनी में एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा मकान खरीदे जाने के विरोध में उतरे हिंदू संगठनों और स्थानीय निवासियों ने आज शनिवार को सदर थाने में जोरदार हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से खरीदार सईद अहमद से मकान का बैनामा निरस्त कराकर उसे दोबारा किसी हिंदू के नाम कराये जाने की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जलीकोठी निवासी सईद अहमद ने पाँच दिन पूर्व उक्त मकान की रजिस्ट्री कराई थी और कल शुक्रवार को कॉलोनी वासियों व हिंदू संगठन को इसकी जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया था। हंगामे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी और विवाद को देखते हुए सईद अहमद के मकान पर ताला लगवाकर चाबी अपने पास रख ली थी। विवाद खड़ा होने के बाद शुक्रवार को सईद अहमद से मकान खाली करवाकर ताला डाल दिया गया था। इस दौरान सईद ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि विक्रेता अनुभव कालरा लंबे समय से मकान बेचना चाहते थे, लेकिन कोई हिंदू खरीदार नहीं मिल रहा था। सईद अहमद ने कहा "अब मैंने यह मकान खरीदा और नियमानुसार रजिस्ट्री भी कराई। अचानक यह विवाद खड़ा कर दिया गया। थाना प्रभारी विजय कुमार राय ने घर पर ताला लगवाकर हमें वापस पुराने घर भेज दिया। इस मामले में आखिर मेरा कसूर क्या है।" दोनों पक्षों को बातचीत के लिए शनिवार को थाने बुलाया गया था।
आज शनिवार को थाने पहुंचे प्रदर्शनकारी दरी बिछाकर बैठ गए और सईद अहमद द्वारा अनुभव कालरा से लगभग एक करोड़ रुपये में मकान खरीदने का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों में अमरजीत सिंह, हरमीत सिंह, राजेश जुनेजा, सचिन डालडा, अमित हरजीत, पवन, ऋषभ आदि शामिल थे।
इस विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन सिरोही कर रहे थे। सचिन सिरोही ने स्पष्ट कहा कि जब तक सईद अहमद से मकान वापस नहीं कराया जाता, तब तक उनका धरना-प्रदर्शन चलता रहेगा। इस बीच थाने पहुंचे सईद अहमद को हंगामे और तनावपूर्ण माहौल के बीच अचानक हार्ट अटैक आ गया। परिजनों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस पूरे मामले पर एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है और इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सदर थाने में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
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