उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ से मानवता का शर्मसार करने वाला एक मामला प्रकाश मे आया है। यहाँ नौचंदी थाना पुलिस ने अपने क्षेत्र मे मिले एक अज्ञात शव को पोस्टमार्टम व अन्य कागजी कार्रवाई से बचने के लिए लोहियनगर थाना क्षेत्र मे रखवा दिया। नौचंदी पुलिस की ये शर्मनाक हरकत पास की दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी मे कैद हो गयी। सीसीटीवी फुटेज वायरल होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा0 विपिन टाडा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो पुलिसकर्मियो को निलंबित व एक होमगार्ड को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
कल गुरुवार की रात नौचंदी थाना क्षेत्र के एल ब्लॉक पुलिस चौकी की सीमा मे एक अज्ञात युवक का शव पड़ा मिला था। नियमानुसार पुलिस को शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भेजना था मगर पुलिसकर्मियो ने इस कार्रवाई से बचने के लिए रात लगभग 1:40 बजे शव को एक ईरिक्शा मे रखवाकर लोहियानगर थाना क्षेत्र मे एक स्टेशनरी की दुकान के बाहर रखवा दिया। आज शुक्रवार सुबह जब दुकान मालिक रोनित बैसला, निवासी काजीपुर अपनी दुकान खोलने पहुंचा वहां शव देखकर चौंक गया। रोनित ने तुरंत ही पुलिस को शव मिलने की सूचना दी।
दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर पता लगा कि रात के समय पुलिस की वर्दी में कुछ लोग एक ई-रिक्शा से शव को लेकर आए और चुपचाप दुकान के बाहर रखकर चलते बने। ये सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने पर जिला पुलिस प्रशासन की बड़ी किरकिरी हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने तत्काल लापरवाही और अमानवीय कृत्य के लिए एल ब्लॉक चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार और फैंटम पर तैनात कांस्टेबल राजेश को तत्काल निलंबित कर दिया। वही इस कृत्य में शामिल होमगार्ड रोहताश की सेवा समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कड़े शब्दों में कहा, "जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।" पूरे मामले की विभागीय जांच की जिम्मेदारी एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह को सौंपी गई है।
फ़िलहाल लोहियानगर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी भेज दिया है। मृतक युवक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, और पुलिस उसकी शिनाख्त करने के प्रयासों में जुटी हुई है। इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस विभाग के अंदर की लापरवाही और असंवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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