आज बुधवार की शाम किये गए निरीक्षण के बाद सिटी मजिस्ट्रेट सम्भल ने ग्रामीण क्षेत्रो मे अवैध रूप से संचालित किये जा रहे दो क्लिनिक सील कर दिए। यह कार्रवाई जिला संभल के थाना क्षेत्र असमोली के ओबरी गांव और टांडा कोठी गांव में की गई।
सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार आज बुधवार की शाम लगभग 4 बजे पहले ओबरी गांव स्थित अरशद क्लीनिक पहुंचे। निरीक्षण के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट व उनकी टीम ने पाया कि यह क्लीनिक एक छोटे अस्पताल के रूप में चल रहा था। मौके पर 2 ऑक्सीजन सिलेंडर, 7 बेड और यहां तक कि एक लेबर रूम भी मौजूद था। इसके साथ ही एक मेडिकल स्टोर भी संचालित हो रहा था। निरीक्षण के समय ओबरी निवासी अशरफ पुत्र तासीर अस्पताल में मौजूद थे, जहां कुछ मरीज भी इलाज करा रहे थे। सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने उनसे अस्पताल के पंजीकरण से जुड़े वैध दस्तावेज दिखाने को कहा, तो अशरफ पेशाब का बहाना बनाकर मौके से भाग गए। कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत न होने पर इस क्लीनिक को अवैध मानते हुए सील कर दिया गया।
इसके बाद टीम ने टांडा कोठी गांव के मुख्य चौराहे पर स्थित मदार हेल्थ केयर का भी निरीक्षण किया। टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर दिया गया था। बगल में बैठे मरीजों ने बताया कि उन्हें पीछे के दरवाजे से बाहर निकाल दिया गया है। टीम ने पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। अस्पताल के अंदर 9 बेड, एक मेडिकल स्टोर, दवाएं और एक एआईसीयू मशीन जैसी सुविधाएं पाई गईं। मौके पर न्यावली निवासी रईस, पिपलौती निवासी मो. शहजान सहित पांच लोग मौजूद थे। उन्होंने बताया कि अस्पताल का संचालन डॉ. परवेज आलम करते हैं। काफी इंतजार के बाद भी अस्पताल के संचालन से संबंधित कोई वैध अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिसके कारण इस अस्पताल को भी सील कर दिया गया।
सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने इस संबंध में नोडल अधिकारी, क्वैक्स, डॉ. मनोज चौधरी को दोनों अवैध अस्पतालों की जांच कर रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। इस कार्रवाई से ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध रूप से चल रहे क्लीनिक संचालकों में हड़कंप मच गया है।
![]() |
| अभी तक पाठक संख्या |
.jpg)
