आज शनिवार की शाम, संभल के हजरतनगर गढ़ी थाने के क्षेत्र में एक मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस और अपराधियों के बीच टकराव में दो प्रमुख अपराधी घायल हुए। पुलिस ने तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर लिया। घायलों को पैर में गोली लगी है और उन्हें उपचार के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय संभल भेजा गया है। पुलिस ने उनके पास से 5 लाख 3 हजार रुपये की नकदी और दो तमंचे बरामद किए हैं।
सीओ संभल, आईपीएस आलोक भाटी ने जानकारी दी कि कार्रवाई की शुरुआत हजरतनगर गढ़ी में वाहनों की जांच के दौरान हुई। पुलिस ने एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार को रोकने का संकेत दिया, लेकिन वह भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा कर पकड़ लिया। जांच में पता चला कि मोटरसाइकिल चुराई गई थी और उसके नंबर प्लेट गायब थी। पूछताछ के दौरान संदिग्ध ने खुलासा किया कि वह 25 नवंबर को हजरतनगर गढ़ी में हुई 7.98 लाख रुपये की डकैती में शामिल था। उसने आगे कहा कि वह शनिवार को फिर से एक वारदात करने की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने इस जानकारी के आधार पर तुरंत कदम उठाए। उसने बताया कि उसके दो साथी थोड़ी देर बाद सिरसी फाटक से होते हुए संभल की ओर एक कार में आ रहे हैं।
इस सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर जांच शुरू की। जब संदिग्ध कार वहां पहुंची और पुलिस ने रोका, तो कार में सवार लोग भागने लगे। पुलिस ने अन्य सभी थानों को सूचित करते हुए उनका पीछा किया। जब कार सवारों ने देखा कि वे चारों ओर से घिर गए हैं, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी और खेतों की ओर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने आत्मरक्षात्मक फायरिंग की, जिसमें गौरव और मुकेश नामक दो अपराधी घायल हो गए। दोनों को पैर में गोली लगी है।
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने 25 नवंबर को हुए 7.98 लाख रुपये की डकैती में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। यह घटना सौरभ चौधरी और राजेंद्र भाटी नाम के शराब सेल्समेन के साथ हुई थी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने मुठभेड़ स्थल का तुरंत निरीक्षण किया और घटना की गहराई से जानकारी ली। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए अपराधी बुलंदशहर के अनुपशहर के निवासी हैं। पुलिस अब इनके अन्य सहयोगियों और आपराधिक पूर्वकथाओं की जानकारी जुटा रही है।
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