रिपोर्ट - मुरादाबाद/उत्तर प्रदेश से जिला प्रभारी सत्यवीर यादव।
w

मुरादाबाद के गोविन्द नगर स्थित एस0एन0डी0 चिल्ड्रन एकेडमी मे प्रतिवर्ष की भॉति इस वर्ष भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर 151 स्कूली बच्चो को श्री कृष्ण के रूप मे सजाया गया था। इन कृष्ण बने छात्रो का दृश्य बड़ा मनोहारी था।
इस अवसर पर स्कूली छात्रो व छात्राओ ने विभिन्न सॉस्कृतिक प्रस्तुतियॉ भी मंच पर प्रस्तुत की। कार्यक्रम संस्कार भारती के तत्वाधान मे आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एकेडमी के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रबन्धक महोदय ने बताया कि एकेडमी मे सभी धर्मो के त्यौहार हमेशा से ही मनाये जाते रहे है। उनका कहना था कि हम छात्रो को इन त्योहारो के माध्यम से उनकी सभ्यता एवं सॅस्कृति से जोड़े रखने को प्रयत्नरत है।
मंच पर दी गयी प्रस्तुतियो मे श्री कृष्ण की बाल लीलाओ से लेकर युवावस्था तक की लीलायें प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर जिन 151 छात्रो को श्री कृष्ण का रूप दिया गया था उनमे बहुत बड़ी संख्या मे मुस्लिम छात्र भी शामिल थे। हिन्दूओ के त्यौहार पर मुस्लिम बच्चो ने श्री कृष्ण का जो रूप लिया था उसे देखकर अचानक ही यहॉ भारत की गंगा जमुनी तहजीब की यादें ताजा हो गयी।
w
मुरादाबाद के गोविन्द नगर स्थित एस0एन0डी0 चिल्ड्रन एकेडमी मे प्रतिवर्ष की भॉति इस वर्ष भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर 151 स्कूली बच्चो को श्री कृष्ण के रूप मे सजाया गया था। इन कृष्ण बने छात्रो का दृश्य बड़ा मनोहारी था।
इस अवसर पर स्कूली छात्रो व छात्राओ ने विभिन्न सॉस्कृतिक प्रस्तुतियॉ भी मंच पर प्रस्तुत की। कार्यक्रम संस्कार भारती के तत्वाधान मे आयोजित किया गया था। इस अवसर पर एकेडमी के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्रबन्धक महोदय ने बताया कि एकेडमी मे सभी धर्मो के त्यौहार हमेशा से ही मनाये जाते रहे है। उनका कहना था कि हम छात्रो को इन त्योहारो के माध्यम से उनकी सभ्यता एवं सॅस्कृति से जोड़े रखने को प्रयत्नरत है।
मंच पर दी गयी प्रस्तुतियो मे श्री कृष्ण की बाल लीलाओ से लेकर युवावस्था तक की लीलायें प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर जिन 151 छात्रो को श्री कृष्ण का रूप दिया गया था उनमे बहुत बड़ी संख्या मे मुस्लिम छात्र भी शामिल थे। हिन्दूओ के त्यौहार पर मुस्लिम बच्चो ने श्री कृष्ण का जो रूप लिया था उसे देखकर अचानक ही यहॉ भारत की गंगा जमुनी तहजीब की यादें ताजा हो गयी।