
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब बिहार की एनडीए सरकार पर आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। गहलोत ने अब चुनाव आयोग पर ही एनडीए के हित में अनैतिक एवं गैरकानूनी तौर पर काम करने का आरोप लगाया है। पूर्व सीएम गहलोता ने इस संबंध में सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ी बात कही है।
गहलोत ने एक्स के माध्यम से कहा कि बिहार में 6 अक्टूबर को आचार संहिता लगी। 20 साल से बिहार पर शासन कर रही एनडीए सरकार ने चुनावी लाभ के लिए आचार संहिता के 10 दिन पर 26 सितंबर को महिलाओं के खाते में एक नई योजना बनाकर 10 हजार रुपए प्रति लाभार्थी रुपए ट्रांसफर करना शुरू किया।
आश्चर्य की बात यह है कि आचार संहिता लागू होने के बाद भी 17 अक्टूबर, 24 अक्टूबर एवं 31 अक्टूबर को इस योजना की किश्त लाभार्थियों के खाते में डाली गई। अब 7 नवंबर को अगली किश्त डाली जा रही है। यह आचार संहिता की धज्जियां उड़ाने जैसा है। ऐसा होगा तो सभी दलों को लेवल प्लेइंग फील्ड कैसे मिल पाएगी।
चुनाव आयोग ने पहले से चल रही कांग्रेस सरकार की योजनाओं को रोक दिया था
अशोक गहलोत ने इस संबंध में आगे कहा कि राजस्थान में चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने कांग्रेस सरकार की अन्नपूर्णा राशन योजना, इन्दिरा गांधी स्मार्टफोन योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं को रोक दिया था जबकि ये सब पहले से चल रही थीं। अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जो आरोप लम्बे वक्त से लगा रही है वो सही हैं। चुनाव आयोग पूरी तरह मौन है और यह एनडीए के हित में अनैतिक एवं गैरकानूनी तौर पर काम कर रहा है।
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