
इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विधायकों और जनता की नियमित सुनवाई नहीं करने वाले मंत्रियों को कड़ा संदेश दे डाला है। सरकार के दो साल पूरे होने पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों की समीक्षा बैठक में सीएम ने बोल दिया कि परफॉर्मेंस और जनता की सुनवाई को अब सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। जनता और विधायकों की सुनवाई नियमित रूप से करनी ही होगी।
खबरों के अनुसार, सीएम भजनलाल ने इस दौरान बोल दिया कि वे खुद जनता में जाते हैं फीडबैक लेते हैं और काम समय पर करते हैं तो फिर मंत्री और जनप्रतिनिधि किस बात में इतने व्यस्त हैं कि कार्यकर्ताओं, विधायकों और आमजन से मिलने तक का समय नहीं निकाल रहे।
विधायकों और कार्यकर्ताओं की ओर से लगातार मंत्रियों की व्यस्तता की शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल ने ये सख्त संदेश दिया है। सीएम निवास आयोजित विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल ने सभी मंत्रियों को दो टुक शब्दों में बोल दिया कि विधायकों और कार्यकर्ताओं की समस्याएं ना केवल सुननी पड़ेगी बल्कि उनका समाधान भी करना होगा।
योजनाओं का असर जमीनी स्तर पर दिखे
सीएम भजनलाल ने आगामी निकाय-पंचायत चुनावों को लेकर बोल दिया कि सरकार चाहती है कि उसकी योजनाओं का असर जमीनी स्तर पर दिखे और उसका राजनीतिक लाभ भी सीधे-सीधे जनता के बीच दर्ज हो। खबरों के अनुसार, सीएम आवास पर आयोजित मंत्रीपरिषद् और भाजपा विधायकों की महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग सहित पूरी मंत्रिपरिषद शामिल थे।
PC:dipr.rajasthan
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