संभल - पुलिस ने किया अधिवक्ता हत्याकांड का खुलासा, 2 शूटर व साजिशकर्ता गिरफ्तार, रिश्ता टूटने पर आक्रोशित बेटी के पिता ने बुना था घटना का तानाबाना - News India 17 # खबर देश की - नजर दुनिया की #

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शुक्रवार, जनवरी 03, 2025

संभल - पुलिस ने किया अधिवक्ता हत्याकांड का खुलासा, 2 शूटर व साजिशकर्ता गिरफ्तार, रिश्ता टूटने पर आक्रोशित बेटी के पिता ने बुना था घटना का तानाबाना

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सम्भल पुलिस ने गत 18 दिसंबर को दिनदहाड़े गोली मारकर की गयी वकील की हत्या के मामले मे साजिशकर्ता व 2 शूटरो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वकील की हत्या 4 लाख रूपये की सुपारी देकर कराई गयी थी। वकील की हत्या करने के बाद नकाबपोश आरोपी मौके से फरार हो गए थे।

एसपी संभल कृष्ण विश्नोई ने आज प्रेस वार्ता आयोजित कर उक्त मामले का खुलासा किया। इस दौरान एएसपी अनुकृति शर्मा व सीओ बहजोई दीपक तिवारी भी मौजूद रहे। एसपी ने बताया कि गत 18 दिसंबर को तहसील चंदौसी के कलेक्टर कार्यालय से 200 मीटर की दूरी पर नकाबपोश शूटरो ने एडवोकेट सत्यपाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वकील को गोली मारने के बाद घटना को अंजाम देने वाले नकाबपोश मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद से ही पुलिस आरोपियो की तलाश मे जुटी हुई थी। आरोपियो तक पहुंचने के लिए पुलिस ने घटनास्थल व आसपास के क्षेत्रो के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किये थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वकील हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो शूटरो व साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त हत्याकांड के साजिशकर्ता का नाम लाखन तथा घटना को अंजाम देने वाले शूटरो के नाम सुशील कुमार पुत्र तालेवर सिंह निवासी गांव नंगला मोनी थाना लोधा व प्रकाश पुत्र रामबाबू निवासी जलालपुर के बराबर वाली गली, थाना रोरावर, जनपद अलीगढ़ है। गिरफ्तार प्रकाश पर छह अपराधिक मामले दर्ज है।

पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ मे पता लगा कि वकील सत्यपाल की हत्या रंजिशन 4 लाख की सुपारी देकर कराई गयी थी। हत्याकांड के साजिशकर्ता लाखन सिंह ने बताया कि उसने अपनी छोटी बेटी तुलसा का विवाह वकील सत्यपाल सिंह के कहने पर उसके साले गेंदनलाल के बेटे मोहित के साथ कराया था। बाद में दोनों के बीच रिश्ता नहीं चला। जांच करने पर पता लगा कि मोहित शादी ही नहीं करना चाहता था। इस रिश्ते को जबरन कराया गया था। इस मामले को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह के कार्यालय पर सभी रिश्तेदारों को बुलाकर एक फैसला कराया गया था। 2 वर्ष पूर्व हुए इस फैसले के अनुसार लाखन को 17 लाख रुपये मिलने थे, जिसमें नौ लाख रुपये कनेटा गांव के प्रधान गिरिराज के पास जमा कर दिए थे और आठ लाख रुपये बाद में दिए जाने थे। इसके अतिरिक्त बुलेट मोटरसाइकिल के बदले भी ढाई लाख रुपये भी तय हुए थे। लाखन ने बताया कि समझौता होने के बाद भी वकील ने प्रधान के पास जमा धनराशि को उसे नहीं देने दिया था और कानूनी लड़ाई भी लड़के का पक्ष में लड़ रहा था, जिससे हलवाई परेशान और क्षुब्ध था और इसके चलते वकील की हत्या कराने का मन बना लिया था। इसके लिए उसने अलीगढ़ के ही शंकर दादा को चार लाख रुपए की सुपारी दी थी। पुलिस ने तीनो आरोपियो का सुसंगत धाराओ मे चालान कर जेल भेज दिया है।
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