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पीड़िता शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के साथ |
एसपी संभल को दिए गए शिकायती पत्र मे महिला प्रोफेसर ने बताया कि प्राचार्य पर गेस्ट हाउस मे बुलाकर शराब पिलाने, शादी का झांसा देने व शारीरिक सम्बन्ध बनाने हेतु दबाब डालने के आरोप लगाए है। पीड़िता ने एसपी के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, राज्यपाल, उच्च शिक्षा विभाग व एससीएसटी आयोग को भी प्राचार्य डा0 दानवीर के खिलाफ शिकायती पत्र भेजा है। पीड़िता द्वारा की गयी शिकायत मे बताया गया कि वह 22 अगस्त 2015 से डिग्री कॉलेज मे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात है। अगस्त 2022 मे उच्च शिक्षा आयोग की ओर से प्राचार्य पद पर डा0 दानवीर को नियुक्त किया गया था। पीड़िता का आरोप है कि नियुक्ति के कुछ समय बाद से ही प्राचार्य उनका मानसिक व शारीरिक शोषण कर रहे है। पीड़िता का कहना है कि प्राचार्य आमतौर पर व्हाट्सअप काल कर उन्हें अपने कार्यालय मे बुलाते रहे और शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाब डालते थे। महिला प्रोफेसर का कहना है कि विरोध करने पर प्राचार्य कहते थे कि मेरी बात न मानने पर नौकरी छोड़नी पड़ेगी। इसी प्रकार कुछ दिन पूर्व भी प्राचार्य ने व्हाट्सअप काल कर महिला प्रोफेसर को प्रॉक्टर बैठक के बहाने कॉलेज परिसर मे स्थित आवास पर बुलाया था। पीड़िता के अनुसार जब वह वहां पहुंची कोई अन्य शिक्षक मौजूद नही था। प्राचार्य बैठे हुए सिगरेट पी रहे थे और मेज पर दो गिलासो मे शराब रखी हुई थी। पीड़िता के अनुसार प्राचार्य ने अपने रसोइये को भी किसी बहाने बाहर भेज दिया और उसका हाथ पकड़कर जबरन शराब पिलानी चाही। प्राचार्य ने कहा कि मेरी बात मान लो मै तुमसे शादी कर लूंगा। तुम अपनी खूबसूरती के बारे मे नही जानती। तुम मुझे बेहद पसंद हो, डरो मत ये पी लो सब अच्छा लगने लगेगा। पीड़िता किसी प्रकार अपना हाथ छुड़ाकर मौके से निकली।
पीड़िता द्वारा की गयी शिकायत मे बताया गया कि वर्ष 2023 और 2024 में हुई विश्विधालय परीक्षा के दौरान उसे ड्यूटी से भी हटा दिया गया। 24 अक्टूबर 2024 को इस बारे में कहने पर परीक्षा प्रभारी ने भी उनसे प्राचार्य का कहा मानने को कहा। पीड़िता के अनुसार कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्थायीकरण करने के आसार नजर ने आने पर प्राचार्य ने पीड़िता को प्रबंधन के खिलाफ साजिश मे शामिल होने का प्रस्ताव दिया।
दूसरी ओर इस मामले को लेकर आरोपी प्राचार्य ने कहा मेरे आने से पहले कॉलेज की स्थिति बहुत खराब थी। बाहरी लोगों का काफी प्रवेश रहता था। मेरे आने के बाद बाहरी लोगो का कॉलेज परिसर मे प्रवेश प्रतिबंधित हुआ है तथा कई अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। इसी के चलते उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे है। इस मामले मे महिला आयोग उनका बयान ले चुका है।
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