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कल मंगलवार की देर शाम नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी व संविदा सफाई कर्मचारियो के बीच विवाद की स्थिति बन गयी। इस दौरान दोनो पक्षो के बीच देर तक आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। नगर पालिका कार्यालय मे हंगामा होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनो पक्षो को किसी प्रकार शांत कराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कल मंगलवार की देर शाम अर्जुन वाल्मीकि, सुधीर वाल्मीकि, लक्ष्मण सूद, हेमेंद्र सिंह, प्रवेश, सोनू व करन सिंह के साथ तमाम संविदा कर्मी अपनी माँगो को लेकर अधिशासी अधिकारी नवनीत कुमार से मिलने गए थे। इस दौरान अर्जुन सिंह व उसके साथियो ने अधिशासी अधिकारी से श्मशान की भूमि पर हो रहे कब्जे के बारे मे भी शिकायत की। संविदा कर्मचारियो ने अधिशासी अधिकारी पर इस मामले मे कोई कार्रवाई न किये जाने का आरोप लगाया। इस दौरान अर्जुन व उसके साथियो ने अधिशासी अधिकारी के सामने ही वीडियो बनानी शुरू कर दी। आरोप है कि इस दौरान आक्रोशित हुए अधिशासी अधिकारी ने मोबाइल छीन लिया और संविदा कर्मी अर्जुन को थप्पड़ मार दिया। अधिशासी अधिकारी ने सभी को कार्यालय से बाहर जाने को कहा। सफाई कर्मचारियो ने अधिशासी अधिकारी पर चाय का कप भी उनके ऊपर फेंके जाने का आरोप लगाया है।
घटना की जानकारी होने पर बड़ी संख्या मे संविदाकर्मी मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। संविदाकर्मियो ने अधिशासी अधिकारी पर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए माफी माँगने की मांग की। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुँची पुलिस ने संविदाकर्मियो को समझाकर कार्यालय का चैनल खुलवाया। दूसरी ओर पालिका प्रशासन की ओर से अर्जुन सिंह की संविदा समाप्त करने की कार्रवाई की गयी है। अधिशासी अधिकारी द्वारा अभद्र व्यवहार करने, धमकी देने व पत्रावली को नुकसान पहुँचाने आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की गयी है।
उक्त मामले मे अधिशासी अधिकारी नवनीत कुमार का कहना है कि थप्पड़ मारे जाने का आरोप पूरी तरह से गलत है। उनका कहना है कि अर्जुन पूर्व मे भी कई बार अनुशासनहीनता कर चुका है। इस बारे मे पूर्व के अधिशासी अधिकारियो द्वारा भी अर्जुन के खिलाफ कार्रवाई की गयी थी। अर्जुन के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
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